कबीर जी कौन है
कबीर जी कौन है
kabir is god
कबीर जी 250 वर्ष पहले गॉव छुड़ानी में १० वर्ष के बालक गरीब दास जी को उनके खेतो में मिले थे जिन्दा महात्मा के रुप में | गरीब दास जी अपने ही खेतो में गाय चरा रहे थे उनके साथ और भी ग्वाले थे कबीर जी को जब खाने के लिए कहा गया तो कबीर जी बोले की भाईओं में तो क्वारी गाय का दूध पिता हु तो गरीब दास जी बोले की दूध कहा से मिलेगा तो कबीर जी ने एक क्वारी बछिया पर हाथ रखा और बछिया ने दूध दिया तब कबीर जी ने दूध पिया और सभी को कहा की यह दूध सतलोक से आया है पिलो लेकिन किसी ने भी नहीं पिया तब गरीब दास जी कहा की महात्मा जी लाओ में पीता हु और गरीब दास जी ने दूध पिया तब कबीर जी ने गरीब दास जी को परमात्मा की जानकारी बताई सतलोक के बारे में बताया और गरीब दास जी को सतलोक लेकर गए जब गरीब दास जी ने सतलोक में परमात्मा देखा की जो जिन्दा महात्मा मुझे पृथ्वी मिले है ये तो पूर्ण परमात्मा है सतलोक के सुख देखे हे परमात्मा मुझे तो रख लो तो परमात्मा ने कहा की मेरे बारे में जानकारी भी तो देनी है जो इस काल के जाल में फसें हुए तो पार करना है उधर गरीब दास जी को मृत जान शरीर को चिता पर रख दिया और अग्नि देने को जैसे ही बढ़े कबीर परमात्मा ने उनकी आत्मा शरीर में प्रवेश करवा दी और गरीब दास जी ने परमात्मा की वाणी बोलते हुए उठे
गरीब दास बोलने लगे की :- अजब नगर में ले गया ,हमकु सतगुरु आन | झिलके बिम्ब अगाध गति ,सूते चादर तान |
अन्नत कोटि ब्रम्हांड का रति नहीं भार | सतगुरु पुरुष कबीर है कुल के सृजन हार ||
हम सुलतानी नानक तारे , दादू उपदेश दिया | जात जुलाहा भेद ना पाया , कशी माहे कबीर हुआ ||
जिससे यह सिद्ध होता है की ६५० वर्ष पुरे कशी शहर में प्रकट होने वाले कबीर जी ही पूर्ण परमात्मा है के लिए पढ़ते रहे 👇👇
"कबीर जी कौन है"
आज वेदों में प्रमाणित है कि काशी शहर में 650 वर्ष पूर्व आने वाले कबीर जी ही पूर्ण परमात्मा है जैसे अथर्ववेद कांड नंबर 4 अनुवाक नंबर 1 मंत्र 7 में स्पष्ट है कि उस परमेश्वर का नाम कविर्देव है जिसने सर्व रचना की है जैसे कि जो अचल अथार्थ अविनाशी जगत पिता तथा भक्तों का वास्तविक साथी अथार्त आत्मा का आधार जगदगुरु तथा विन्रम पुजारी अथार्त विधिवत साधक को सुरक्षा के साथ सतलोक गए हुओं हो अथार्त जिनका पूर्ण मोक्ष हो गया, वे सतलोक में जा चुके हैं उनको सतलोक में ले जाने वाला सर्व ब्रह्मांड की रचना करने वाला जगदंबा अथार्त माता वाले गुणों से भी युक्त काल की तरह धोखा न देने वाले स्वभाव अथार्त गुणों वाला ज्यों का त्यों अथार्त वैसा ही वह आप कविर्देव है इसी परमेश्वर की महिमा का पवित्र ऋग्वेद मंडल नंबर 1 सूक्त नंबर 24 में विस्तृत विवरण है
वही कबीर परमात्मा आज वर्तमान में इस पृथ्वी पर अवतरित हो चुके हैं जिनके बारे में कई भविष्य वक्ताओं ने भविष्यवाणी भी की है वह परमात्मा आज इस पृथ्वी पर एक संत की भूमिका निभा रहे हैं उनका नाम संत रामपाल जी महाराज है जो पूरे विश्व का उद्धार करेंगे अपनी पुण्य आत्माओं को सतलोक ले कर जाएंगे कबीर परमात्मा अपनी आत्माओं को लेने के लिए हर युग में किसी न किसी रूप में आते रहते हैं संत रामपाल जी महाराज को एक साधारण मानव कर भूल मत करो पूर्ण परमात्मा कबीर देव हैं जो इस काल लोक से छुटकारा दिला सकते हैं
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