HOW IS GOD
Who is god (पूर्ण परमात्मा कौन है )
आज हमारे को एक इच्छा होती है कि इस सृष्टि को चलाने वाला कौन है ये सभी ब्रह्मांड कैसे अपने स्तर पर घुमते है इनका संचालन कौन करता है | जानिए आज बताते है की पूर्ण परमात्मा कौन है जिसने छ: दिन में सृष्टि की रचना की और सातवे दिन विश्राम किया |
पूर्ण परमात्मा की शरण में जाने के लिए गीता ज्ञान दाता बोल रहा है की समस्त प्रकार के धर्मो का परित्याग करो और उस परमात्मा की शरण में जाओ | वो पूर्ण परमात्मा कबीर जी है जो छ:सौ पचास वर्ष पूर्व एक जुलाहे के रूप में एस धरा पर अवतरित हुए थे जिन्होने एक संत की भूमिका भी निभाई उन्होंने संत की भूमिका के माध्यम से पूर्ण परमात्मा की जानकारी दी है कबीर जी ने बताया की पूर्ण परमात्मा सशरीर है उनका आकार है यह पुण्य आत्माओ को आकर मिलते है सत भक्ति बताते है जिनके बारे में अनेक महान संतो ने भी बताया है की वो पूर्ण परमात्मा कबीर जी ही है जो सतलोक में भी विराज मान है और यह भी एक सतगुरु की भूमिका निभा रहे है
गुरु नानक जी ने भी बताया है की हक्का कबीर करीम तू , बेएब परवरदिगार |
नानक बुगोयद जनु तुरा , तेरे चाकरा पाखाक ||
श्री नानक जी स्वयं स्वीकार किया है प्रभु एक ही एक है तथा जो मनुष्य रूप में उनके गुरु भी थे जिन्होंने श्री नानक जी को पूर्ण मोक्ष करने वाला अमर मन्त्र दिया , वाही मेरा गुरु नाना रूप धारण कर लेता है अतार्थ वाही सत्पुरुष है वही जिन्दा रूप बना लेता है | वही धानक रूप में भी काशी नगर में विराजमान होकर आम व्यक्ति की भूमिका कर रहा है | जो शास्त्र अनुकूल भक्ति बता कर मोक्ष दिलाते है अतार्थ सतलोक निज धाम ले जाते है (राग असवारी , महला 1 )
आदरणीय गरीब दास जी गाँव छुडानी जिला झज्जर हरियाणा वाले ने भी प्रमाण दिया है की पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी उनको सतलोक लेकर गये थे जिनको अपनी अमृत वाणी में "सदग्रंथ" में नामक ग्रन्थ में प्रमाण दिया है -:
अजब नगर में ले गया ,हमकू सतगुरु आन |झिलके बिम्ब अगाध गति ,सुते चादर तान ||
अनन्त कोटि ब्रम्हांड का एक रति नहीं भार | सतगुर पुरुष कबीर है कुल के सर्जनहार ||
हम सुल्तानी नानक तारे ,दादू को उपदेश दिया | जात जुलाहा भे न पाया कासी माहे कबीर हुआ ||
इस प्रकार अनेक पुण्य आत्माओ ने परमात्मा को प्राप्त किया और बताया की कुल का मालिक एक है जिनका वास्तविक नाम कविर्देव है जो अपनी अपनी भाषा के अंतर्गत है
कबीर साहेब भगवान है
सत साहिब जी
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